
राज पाठक/कुशीनगर। सोमवार को कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के टर्मिनल बिल्डिंग में जिलाधिकारी कुशीनगर महेन्द्र सिंह तंवर एवं पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठकें और मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एयरफील्ड एनवायरनमेंटल मैनेजमेंट बैठक, एरोड्रोम कमेटी बैठक, एंटी हाईजेक मॉक ड्रिल, और आपातकालीन मॉक ड्रिल का सफलतापूर्वक संचालन हुआ। इस दौरान उपजिलाधिकारी कसया आशुतोष, एयरपोर्ट डायरेक्टर प्राणेश राय, थानाध्यक्ष कसया ओमप्रकाश तिवारी समेत अधिकारी मौजूद रहे।
एयरफील्ड एनवायरनमेंटल मैनेजमेंट बैठक — में हवाई अड्डे के आसपास पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, और टिकाऊ विकास पर चर्चा की गई। इस दौरान पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने और हवाई अड्डे के परिचालन को और अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनाने के उपायों पर विचार-विमर्श हुआ।
एरोड्रोम कमेटी बैठक — में हवाई अड्डे के परिचालन, यात्री सुविधाओं, और सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की गई। इस बैठक में हवाई अड्डे के सुचारू संचालन और यात्रियों की सुविधा के लिए आवश्यक कदमों पर जोर दिया गया।
इसके पश्चात एंटी हाईजेक मॉक ड्रिल और आपातकालीन मॉक ड्रिल* का आयोजन किया गया, जिसमें सुरक्षा बलों, हवाई अड्डा कर्मचारियों, और अन्य संबंधित विभागों ने भाग लिया। इन मॉक ड्रिल्स का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था। दोनों ड्रिल्स के दौरान हाईजैक और अन्य आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों का प्रदर्शन किया गया, जिससे सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती का आकलन किया गया।
जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने कहा, “कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि बौद्ध पर्यटन के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है। इन बैठकों और मॉक ड्रिल्स के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हवाई अड्डा सुरक्षित, पर्यावरण-अनुकूल, और यात्री सुविधाओं से युक्त रहे।”
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि, “सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एंटी हाईजेक और आपातकालीन मॉक ड्रिल्स के आयोजन से हमारी तैयारियों को और मजबूत किया गया है, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा सके।”
