➡️ जनता दर्शन में प्रार्थी को मिला न्याय, डीएम ने की कड़ी कार्रवाई
➡️ डीएम ने चकबन्दी अधिकारी कार्यालय कसया में कार्यरत पेशकार को निलंबित करने एवं विभागीय कार्यवाही करने हेतु बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी को किया निर्देशित, बोले अगर तहरीर प्राप्त होती है तो तत्काल पेशकार पर एफ.आई.आर. भी कराए दर्ज
कुशीनगर। गुरुवार को जनता दर्शन में आए जनसामान्य की शिकायतों को जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने अपने कार्यकक्ष में गंभीरतापूर्वक सुनकर निस्तारण किया तथा अवशेष प्राप्त शिकायतों को ससमय निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर ससमय गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित करने के निर्देश दिए।
गुरुवार को जनता दर्शन के दौरान एक प्रार्थना पत्र आया जिसमें मोहम्मद सफी पुत्र मीर लुड्डू साकिन नदवा ने बताया कि चकबन्दी अधिकारी कार्यालय कसया में कार्यरत पेशकार राजेश सिंह व प्राइवेट मुंशी लालबाबू द्वारा ₹ 50,000/ रुपये परवाना भेजने हेतु मांग किया गया और उनके द्वारा कहा गया कि जमीन ज्यादा है इसलिए रुपए देना पड़ेगा तब परवाना बनाएंगे। प्रार्थी ने बताया कि हमारे द्वारा किसी तरह 10,000 रुपये चकबन्दी अधिकारी कसया के न्यायालय में राजेश सिंह को दिया तथा रुपये देने का विडियो भी बनवाया है। उनके द्वारा कायमी पर उक्त लोगों ने सफायत अली का फर्जी हस्ताक्षर भी बना दिये। उक्त लोगो ने यह जानते हुए कि हम लोग फर्जी हस्ताक्षर बना रहे है कानून के विरुद्ध है। फिर भी उक्त लोग मिलजुलकर फर्जी हस्ताक्षर बना कर दाखिल करके चकबन्दी अधिकारी से दिनांक 26-4-2025 को अनुमोदन दिनांक 16-4-2025 को स्थगित करने का आदेश पारित करा दिये है।
उक्त प्रकरण का जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी को बुलाया और उनसे प्रार्थना पत्र की जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर पेशकार को निलंबित करने एवं विभागीय कार्यवाही करने हेतु बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी को निर्देशित किया उन्होंने कहा कि अगर तहरीर प्राप्त होती है तो तत्काल पेशकार पर एफ.आई.आर. भी दर्ज कराए। साथ ही प्रार्थी का पैसा भी उसे तत्काल दिलवाए जाने की कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने बदोबस्त चकबंदी अधिकारी को संपूर्ण प्रकरण की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।कसया चकबंदी न्यायालय का प्रकरण है।