हाटा वेद प्रकाश मिश्रा। शुक्रवार को नगर के महाराणा प्रताप चौक पर स्थापित वीर पुरुष महाराणा प्रताप की प्रतिमा के पास फुल माला चढा कर उनकी 485वां जयंती त्याग, तपस्या, संघर्ष के रुप में मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका परिषद हाटा के अध्यक्ष रामानंद सिंह ने कहा कि त्याग, तपस्या, विरता, संघर्ष, शौर्य और पराक्रम के प्रतीक महाराणा प्रताप अपने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। घास की रोटी खाकर अपने देश के मान सम्मान की लड़ाई लड़ कर बीर गति को प्राप्त किया लेकिन मुगलों के सामने घुटने नहीं टेका। आज उन्हीं ‘वीर शिरोमणि’ महाराणा प्रताप की 485 वी जयंती पर उनके पदचिन्हों पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। इसके पूर्व उनके प्रतिमा को दूध से नहलाकर माल्यार्पण किया गया जिसमें बड़ी तादाद में हिन्दू समाज के लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राकेश राव उर्फ़ टुनटुन राव के अलावा लक्ष्मण प्रताप राव, अंकुर राव, कौशल मणि, चंदन राव, ऋतुराज सोलंकी, राहुल सिंह, सचिन सिंह सोलंकी, धनंजय शाही, अभिषेक सिंह, अशोक सिंह, वीर प्रताप सिंह, रजनीश राव, मुन्ना राव, आदि मौजूद रहे।
फोटो परिचय।। हाटा नगर के कसया चौराहा पर स्थापित महाराणा प्रताप के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी जयंती मनाते नपाध्यक्ष रामानंद सिंह, टुनटुन राव, लक्ष्मण प्रताप राव आदि।